वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े सबसे ज्यादा मामला

सैकड़ों-हजारों मील दूर बैठे अपराधी किसी भी देश या प्रदेश में बैठकर आसानी से जनता की कमाई पर ऑनलाइन डाका डाल रहे हैं। बात वर्ष 2023 की करें तो प्रदेश में भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) के तहत 13 जिलों में 15397 मुकदमे दर्ज हुए जबकि अकेले साइबर अपराध में ही 20 हजार से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं। प्रदेश में वर्ष 2022 में आइपीसी के अंतर्गत 16549 मुकदमे दर्ज हुए थे, जबकि राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर इस दरमियान 13 हजार शिकायतें आई थी, लेकिन एक वर्ष के अंतराल में ही साइबर अपराध की घटनाओं में डेढ़ सौ प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज हुई।

वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े सबसे ज्यादा मामला
वर्ष 2023 में दर्ज साइबर अपराध की 20 हजार शिकायतों में अपराधियों ने घर बैठे लोगों से करीब 55 करोड़ ठग लिए। हैरानी की बात भी है कि साइबर अपराध के तहत एनसीआरपी पर आई कुल शिकायतों में से 70 प्रतिशत शिकायतें वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़ी रहीं। वहीं, बात अगर आनलाइन ठगी गई धनराशि वापिस करने की करें तो साइबर थाना पुलिस महज 10 प्रतिशत यानी 5.45 करोड़ रुपये ही पीड़ितों तक लौटा सकीं। रिकवरी के निम्नतम प्रतिशत का मुख्य कारण यह रहा कि जब तक पुलिस ने साइबर ठगों का पता लगाया तब तक धनराशि ठिकाने लग चुकी थी।

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