सचिन राठी परिजनों को अलग-अलग मदों से 1.35 करोड़ रुपये दिए जाएंगे,परिवार करेगा फैसला, किसे चाहिए नौकरी

सचिन राठी की शहादत के बाद उसके बदले में परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी मिलनी है। चूंकि सचिन अविवाहित थे, इसलिए यह परिवार में तय होगा कि उनके बदले में किस सदस्य को नौकरी दी जाए। एसपी ने बताया कि परिवार की रजामंदी से ही नौकरी दिलवाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।

विस्तार

हिस्ट्रीशीटर के साथ मुठभेड़ में जान गंवाने वाले जांबाज जवान सचिन राठी के परिवार को हर मुमकिन मदद मुहैया कराने का काम शुरू हो गया है। पीड़ित परिजनों को अलग-अलग मदों से 1.35 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इसमें 50 लाख सरकार की ओर से मिलेगा जबकि 85 लाख रुपये विभागीय बीमा की मद से मिलेगा।

एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर दिया है। ऐसे में पूरा महकमा सचिन राठी के परिवार के साथ है। उसके परिवार को जल्द से जल्द मदद की रकम मिल जाए इसके लिए जरूरी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

खाता बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में है। बैंक के अधिकारियों को बुलाकर उन्हें यह रकम जारी करने के लिए सभी जरूरी प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरी करने को कहा गया है। इसके अलावा जो भी मुमकिन मदद होगी, उसे परिवार को मुहैया कराया जाएगा।

परिवार करेगा फैसला, किसे चाहिए नौकरी
सचिन राठी की शहादत के बाद उसके बदले में परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी मिलनी है। चूंकि सचिन अविवाहित थे, इसलिए यह परिवार में तय होगा कि उनके बदले में किस सदस्य को नौकरी दी जाए। एसपी ने बताया कि परिवार की रजामंदी से ही नौकरी दिलवाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
मुजफ्फरनगर तक गए पुलिसकर्मी
अपने साथी सचिन राठी के अंतिम सफर में उसके पार्थिव शरीर के साथ यहां से कई पुलिसकर्मी भी मुजफ्फरनगर गए। इसमें उसके साथ विशुनगढ़ थाने में तैनात साथियों के अलावा सौरिख थाना में तैनाती के दौरान साथ रहे सहयोगी भी शामिल हैं। सचिन की मंगेतर कोमल देशवाल भी मुजफ्फरनगर गई है।

नम आंखों से दी सिपाही को विदाई
हिस्ट्रीशीटर की गोली लगने के बाद शहीद हुए सिपाही सचिन राठी का शव मंगलवार की दोपहर पुलिस लाइन लाया गया। उसके पार्थिव शरीर को पुलिस लाइन में शोक सलामी के साथ जवानों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। इसके बाद पार्थिव शरीर को मुजफ्फरनगर स्थित पैतृक गांव शाह डब्बर रवाना किया गया।

घायल सिपाही सचिन राठी की सोमवार देर रात कानपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। मंगलवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव पुलिस लाइन स्थित शहीद स्थल लाया गया। पुलिस जवानों के साथ एडीजी आलोक सिंह, आईजी प्रशांत कुमार, डीएम शुभ्रांत शुक्ला, एसपी अमित कुमार आनंद ने सहयोगी अफसरों के साथ ही नम आंखों से श्रद्धांजलि और जवानों ने शस्त्र झुकाकर सलामी दी।
सदर विधायक व समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण के साथ डीएम, एसपी ने पार्थिव शरीर को वाहन तक पहुंचाया और सिपाही के पैतृक गांव के लिए रवाना किया। श्रद्धांजलि देने के लिए आला अफसर के साथ ही एडीएम आशीष सिंह, एएसपी डॉ. संसार सिंह, सीओ सदर डॉ. प्रियंका बाजपेई, सीओ तिर्वा, सीओ छिबरामऊ, सदर कोतवाल समेत अन्य पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button