हत्याकांड का पुलिस ने 23 दिन बाद खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार

दिनेश शर्मा UPHEAD : जनपद ऊधम सिंह नगर के खटीमा बीहड जंगल में बना बाबा भारामल मंदिर के पुजारी और सेवादार की हत्याकांड का पुलिस ने 23 दिन बाद खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी में एक पूर्व सेवादा तो दूसरा ओगढबाबा बाबा बताया जा है,तीसरा आरोपी हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने पुलिस टीम को खुलासे पर बधाई देते हुए 2500 का ईनाम देने की घोषणा की है।

एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने रविवार को झनकईया थाने में दोहरे हत्याकांड का खुलासा किया। 4 व 5 जनवरी की खटीमा के बीहड़ जंगल में मौजूद भारामल मंदिर के पुजारी बाबा हरिगिरी जी महाराज व सेवादार रुपा की डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई थी। बदमाशों ने मौके से कुछ नगदी व सामान भी उड़ाया था। उन्होंने कहा की घटना उनके लिए चुनौती थी क्योंकि मौके पर न तो सीसीटीवी थे,और ही सर्विलांस काम कर रहा था घायल दूसरा सेवादार नन्हें भी कुछ नहीं बता पा रहा था। ऐसे में उनकी तेज तर्रार टीम लगातार काम कर रही थी। टीम ने 1200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की, एक हजार कैमरे खंगाले। एसएसपी ने बताया कि बदमाश बाबा के पास मौजूद डांगगल (छोटा फोन) ले गए थे, जिसने जैसे ही काम शुरू किया, पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। एसएसपी के मुताबिक घटना को रामपाल,पवन व कालीचरण नाम के लोगों ने अंजाम दिया था कालीचरण पहले भारामल मंदिर में सेवादार रहा है जबकि रामपाल ओगढबाबा है। पवन पीलीभीत जनपद की सोनगढी थाने का हिस्ट्रीशीटर है।

एसएसपी के मुताबिक घटना से पहले मंदिर में हुए भंडारे में कालीचरण और रामपाल आया था, दोनों भंडारे में हिस्सा लेने के बाद वही रुक गए। पुलिस के मुताबिक दोनों मंदिर परिसर में शराब का सेवन कर रहे, जिसपर बाबा हरिगिरी महाराज ने उन्हें डांट लगाई दी थी,इसी पर दोनों उस समय तो वहां से चले गए, लेकिन बाद में दोनों ने बाबा को मौत के घाट उतारने की योजना बना ली, दोनो ने हिस्ट्रीशीटर पवन को भी साथ ले लिया। घटना के दिन तीनों ट्रेन से खटीमा तक आए और फिर छोटे वाहनों के माध्यम से कुछ दूर तक गए थे,रात को तीनों ने जंगल में पैदल ही चलकर मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने डंडे भी वही से काटे थे, तीनों ने पहले बाबा पर हमला किया था, इसके बाद बचाव में आया रुपा और नन्हें पर हमला किया था, जिसमें बाबा और सेवादार रुपा की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने आरोपियों के पास हजारों की नगदी, बाबा का लूटा गया मोबाइल व अन्य सामान भी बरामद कर लिया है। घटना के खुलासे में एसपी सिटी मनोज कत्याल, एसपी काशीपुर अभय सिंह समेत स्थानीय पुलिस, एसओजी व कई थानों की पुलिस की अहम भूमिका रही।

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